बसपा सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤®à¥‹ मायावती ने हाल के दिनों में बसपा छोड़कर दूसरी पारà¥à¤Ÿà¥€ में जाने वाले सà¤à¥€ नेताओं पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ देते हà¥à¤ कहा कि किसी के पारà¥à¤Ÿà¥€ छोडकर जाने से बसपा के जनाधार पर कोई असर नहीं पडने वाला है।
मायावती ने कहा, ‘‘बसपा राजनीतिक पारà¥à¤Ÿà¥€ के साथ-साथ देश में सामाजिक परिवरà¥à¤¤à¤¨ का का मूवमेंट à¤à¥€ है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ काफी नजदीक है। इसलिठकाफी सोच-विचार कर टिकट दिया जा रहा है।
मायावती ने कहा कि बीजेपी की हालत उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में काफी खराब है उसके पास टिकट देने के लोगों की वैसी ही कमी है जैसी बिहार में थी। इसी वजह से बीजेपी दूसरी पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लोगों को तोड़कर टिकट दे रही है। गौरतलब है कि विधानसà¤à¤¾ में बसपा और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤ªà¤•à¥à¤· के नेता रहे सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मौरà¥à¤¯ सहित कई बसपाई नेता पिछले दिनों बीजेपी में शामिल हो गà¤à¥¤
रैली की मà¥à¤–à¥à¤¯ बातें
- लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किठगठवादे अà¤à¥€ तक पूरे नहीं हà¥à¤ हैं।
- आज तक गरीबों को ससà¥à¤¤à¤¾ राशन नहीं मिला है।
- पेटà¥à¤°à¥‹à¤², डीजल और रसोई गैस के दाम à¤à¥€ लगातार बढ़ रहे हैं।
- पीà¤à¤® ने बिजली और पानी ससà¥à¤¤à¤¾ करने का वादा किया था।
- रोजमरà¥à¤°à¤¾ की चीजें और à¤à¥€ महंगी हो रही है।
- 24 घंटे बिजली देने का वादा à¤à¥€ पूरा नहीं किया गया।
- मोदी सरकार में ये वादे पूरे नहीं हà¥à¤ लेकिन मेरी सरकार में ये सब जरूर हà¥à¤† था।
- पीà¤à¤® ने पकà¥à¤•à¥‡ मकानों का वादा à¤à¥€ किया था लेकिन कà¥à¤¯à¤¾ मिला?
- मोदी सरकार को दो साल हो चà¥à¤•à¥‡ हैं लेकिन जनता के लिठकोई काम नहीं किया गया।
- पीà¤à¤® मोदी ने कहा गरीबी और महंगाई कम होगी।
- किसानों के खेती के लिठससà¥à¤¤à¥€ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ देंगे।
- बेरोजगारों को रोजगार देंगे, कà¥à¤¯à¤¾ मिला?
- सरकार ने à¤à¥‚मि अधिगà¥à¤°à¤¹à¤£ कानून को बदल दिया ताकि किसानों की जमीन हड़पी जा सके।
- हमारे विरोध करने के बाद सरकार रà¥à¤•à¥€ ।
- सरकार ने बड़े लोगों के करà¥à¤œ माफ कर दिà¤à¥¤
- छोटे लोगों को परेशान किया जा रहा है।
- केंदà¥à¤° की सरकार ने गरीबों के नाम पर जो जनधन, पेंशन, बीमा अदि योजनाà¤à¤‚ शà¥à¤°à¥‚ की हैं उनका लाठकेवल अमीरों को मिलेगा।
- बà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में à¤à¥€ पूंजीपति ही सफर करेंगे, इतने में कई छोटी टà¥à¤°à¥ˆà¤¨ चलाई जा सकती थी।