सौरभ चंद्राकर (Photo Credit: social media)
दिल्ली:
महादेव ऐप केस के मामले में आरोप लगने के बाद छत्तीसगढ़ स्थित भिलाई के उद्यमी सौरभ चन्द्राकर ने इनको गलत बताया है। चन्द्राकर ने अवैध गतिविधियों के आरोपों को बेबुनाद बताया है।
चन्द्राकर ने कहा कि विवाह समारोह का कुल खर्च लगभग 10 मिलियन हुआ, जो उनके अपने आंतरिक संसाधन और बचत से किया गया था। उनकी आमदनी के स्रोतों को साबित करने के लिये सभी जरूरी रिकॉर्ड मौजूद हैं। 200 करोड़ के नकद भुगतान के आरोप का खंडन करते हुए कहा कि यह आयोजन पेशेवर इंवेंट मैनेजरों द्वारा किया गया, जिनमें किसी तरह का नकद लेन-देन शामिल नहीं था। उनके पास इन्हें प्रमाणित करने के लिये दस्तावेज और वित्तीय रिकॉर्ड उपलब्ध हैं।
चंद्राकर ने कहा कि शादी में भाग लेने वाले सभी लोगों को इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ने बुलाया था। सभी कलाकारों को कंपनी द्वारा विशेष रूप से कार्यक्रम में भाग लेने और प्रदर्शन करने के लिए नियुक्त किया गया था। उनका महादेव ऐप या इसके संचालन से कोई संबंध नहीं है। उनका कहना है कि उन्हें महादेव ऐप के 'संस्थापक/प्रवर्तक/निदेशक' के रूप में दिखाने वाले वाले आरोप गलत हैं। 60 गैरकानूनी प्लेटफार्मों में उनके जुड़े होने के दावे निराधार हैं। उन्होंने पाकिस्तान, श्रीलंका या नेपाल में किसी ऑपरेशन से भी इंकार किया है।